लेखनी प्रतियोगिता -18-Jan-2022- मौसम सुहाना हैं
मौसम बड़ा सुहाना है,
दिल भटका कहीं दीवाना है,
जहां तेरा घर ए शमा ,
जलता वहाँ परवाना है ,
मौसम बड़ा सुहाना है |
सावन बरस बरस कर बोला,
इंद्रधनुष आज बनाना है ,
सपना ये दिल में पला ,
ये गाता कोई तराना है,
मौसम बड़ा सुहाना है ,
दिल भटका कहीं दीवाना है |
काहे दिलबर बनाता बहाना है,
कोई भी रोके तुझको आना है,
बरसती बारिश ,मुश्किल रास्ता,
सुगम हमें बनाना है,
मौसम बड़ा सुहाना है ,
दिल भटका कहीं दीवाना है |
हवाएं भी आज सर्द है ,
मोहब्बत की भी हद है ,
इतना मत सताओ हमदम,
प्यार में डूबने का हमें हक है,
मौसम बड़ा सुहाना है ,
दिल भटका कहीं दीवाना है |
इश्क करने का गुनाह कर गए ,
हम ,तेरे ख्याल पर भी मर गए,
इस मौसम में जो आए पास,
धड़कते दिल से इंतहा कर गए,
मौसम बड़ा सुहाना है ,
दिल भटका कहीं दीवाना है |
खुली तेरी जुल्फें आए रास,
भीगा तन मन बढ़ती प्यास,
जुस्तजू मैं तेरी हमदम ,
मोहब्बत हूँ तेरी मुझे आस,
मौसम बड़ा सुहाना है |
दिल भटका कहीं दीवाना है ||
प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा ( दिल्ली)
Abhinav ji
20-Jan-2022 07:43 AM
Very nice
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Shrishti pandey
19-Jan-2022 08:52 AM
Nice
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Punam verma
19-Jan-2022 12:06 AM
Nice
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